मोदी बोले- ये तीनों मेड इन इंडिया, पहली बार डिस्ट्रॉयर, फ्रिगेट और सबमरीन एकसाथ कमीशंड हुए

भारतीय नेवी की ताकत में इजाफा :-

INS नीलगिरी, चोल वंश की समुद्री ताकत को समर्पित है। INS सूरत, गुजरात के पुराने समय में वेस्ट एशिया से बंदरगाहों के जरिए जुड़ने की याद दिलाता है। INS वाघशीर, P75 प्रोजेक्ट की छठी और अंतिम सबमरीन है। इससे पहले इसी प्रोजेक्ट के तहत पांच सबमरीन लॉन्च हो चुकी हैं।

भारत मैरीटाइम पावर बन रहा है :-

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विकासवाद की भावना से आगे बढ़ता है। समुद्र से जुड़े देशों की तरक्की के लिए भारत ने “सागर” (Security and Growth for All in the Region) का मंत्र दिया। उन्होंने G-20 में “वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर” का संदेश दिया।

भारतीय नौसेना पर भरोसा बढ़ा :-

पिछले कुछ महीनों में भारतीय नौसेना ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई और करोड़ों के कार्गो की सुरक्षा की। आसियान, ऑस्ट्रेलिया, गल्फ और अफ्रीका जैसे देशों के साथ भारत के आर्थिक संबंध और मजबूत हो रहे हैं।

“मेक इन इंडिया” से सेना मजबूत हो रही :-

प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में बनी हेलिकॉप्टर फैक्ट्री और डिफेंस कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स “मेक इन इंडिया” को आगे बढ़ा रहे हैं। नौसेना में पिछले 10 साल में 33 जहाज और 7 सबमरीन शामिल की गईं, जिनमें से 39 भारत में ही बने हैं।

युद्धपोतों की खासियत :-

INS नीलगिरी

  • P17A स्टील्थ फ्रिगेट का पहला जहाज।
  • एडवांस सर्वाइबिलिटी और स्टील्थ तकनीक से लैस।
  • चेतक, एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर और MH-60R हेलिकॉप्टर ऑपरेट कर सकता है।

INS सूरत

  • P15B गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर का चौथा और अंतिम जहाज।
  • 75% स्वदेशी सामग्री से बना।
  • एडवांस वेपन और सेंसर सिस्टम से लैस।

INS वाघशीर

  • P75 स्कॉर्पीन प्रोजेक्ट की छठी सबमरीन।
  • डीजल-इलेक्ट्रिक पावर, एंटी-सरफेस वॉर, और एंटी-सबमरीन वॉर के लिए तैयार।
  • एडवांस सोनार और मिसाइल सिस्टम से लैस।

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